Monday, July 4, 2011

बाअदब.... बामुलाह्जा.... होशियार....

समस्त सम्माननीय मित्रों को सादर नमस्कार... काफी हाउस की महफ़िल, नोक झोंक, हास परिहास ओर चुटकियों के बीच से निकली एक दुखबंदी.... ओ... ओ.. सॉरी... तुकबंदी... :-))
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बाअदब.... बामुलाह्जा.... होशियार.... ।
आ गया वह छीन कर सुख, देने को दिक्कत हजार ।
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सारी दुनिया ही खिलाफत में खड़ी उसके मगर,
जाने क्या खा कर चला है, जीत जाता बार बार ।
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वेदना का बिम्ब है बस उसके मिलने की खबर,
टूट पड़ता मुफलिसों पर, ले के वह शक्ति अपार ।
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ना कोई सूरत, ना पैकर और ना ही पैरहन,
ना नज़र आकर के भी, वह करता है भीषण प्रहार ।
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ज़र्रे ज़र्रे में ज़हां के, आया, आ के छा गया,
उसका ही गुण गा रहे, चेनल सभी सारे अखबार ।
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सोचते हो कौन है वह, देखो सबके संग खडा,
हर बुराई का अधिष्ठाता है, ये है भ्रष्टाचार ।
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*********** :-)) *************

14 comments:

  1. जै हो भ्रष्टाचार की ... सब उसकी माया है ... बहुत खूब ...

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  2. भ्रष्टाचार का कोई पार न पा सका.. तीखा कटाक्ष

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  3. बहुत खूब ..बढ़िया कटाक्ष

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  4. vaah hbib bhaai bhrastaachar pr to bhtrin likh daala hai mubark ho . akhtar khan akela kota rajsthan

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  5. ज़र्रे ज़र्रे में ज़हां के, आया, आ के छा गया,
    उसका ही गुण गा रहे, चेनल सभी सारे अखबार ।

    सटीक लिखा है ...

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  6. लेखन की दशा और दिशा को
    बखूबी बयान किया है आपने ....
    ज़र्रे ज़र्रे में ज़हां के, आया, आ के छा गया,
    उसका ही गुण गा रहे, चेनल सभी सारे अखबार

    वाह - वा !!

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  7. बहुत अच्छे विचार, धन्यवाद आपको..

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  8. बहुत हनकदार प्रस्तुति....

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  9. सुन्दर व्यंग्य प्रस्तुति.... आज बस भ्रष्टाचार का ही तो बोलबाला है हर तरफ

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  10. बेतहरीन लिखा है सर.
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    कल 06/07/2011 को आपकी एक पोस्ट नयी-पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
    धन्यवाद!

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  11. सारी दुनिया ही खिलाफत में खड़ी उसके मगर,
    जाने क्या खा कर चला है, जीत जाता बार बार ।

    बहुत खूब ...बहुत ही अच्‍छा लिखा है आपने, आपका विस्‍तृत परिचय रश्मि जी के ब्‍लॉग पर पढ़ा आभार ।

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  12. इस भ्रष्टाचार का दानव फैलता जा रहा है ... लाजवाब व्यंग रचना है ...

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मेरी हौसला-अफजाई करने का बहुत शुक्रिया.... आपकी बेशकीमती रायें मुझे मेरी कमजोरियों से वाकिफ करा, मुझे उनसे दूर ले जाने का जरिया बने, इन्हीं तमन्नाओं के साथ..... आपका हबीब.

"अपनी भाषा, हिंदी भाषा" (हिंदी में लिखें)

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