समस्त स्नेही मित्रों को सादर अभिवादन. कुछ समय से जिस अत्यधिक व्यस्तता के चलते आप सभी स्नेहीजनों से अवांछित दूरी बनी रही उसका पटाक्षेप मंत्रोच्चार व शंख ध्वनि के साथ बड़े ही पवित्र ढंग से हुआ. इश्वर की असीम अनुकम्पा, पूर्वजों के आशीर्वाद और आप सभी स्वजनों के शुभकामनाओं के चलते आपके इस मित्र का छोटा सा आशियाना तैयार हो गया और गृह पूजा का कार्यक्रम भी १० फ़रवरी को संपन्न हुआ.
अनुकंपा प्रभु की रही, पुरखों का आशीष |
छोटा मेरा आशियाँ, खडा उठाये शीश ||
परिवार के साथ ब्लॉग जगत के अभिन्न सम्माननीय मित्रों बड़े भईया गिरीश पंकज , ब्लॉग गुरु ललित शर्मा , दिल की बातें कहने वाले भाई भाई स्वराज्य करुण , अभियान भारतीय के भाई गौरव शर्मा भारतीय, गिरीश दुबे, सरित मिश्रा, शंख ध्वनि करने वाले भाई ललित मिश्रा , कशिश की श्रीमती सुनीता शर्मा सहित की प्रत्यक्ष उपस्थिति के साथ अंतर्जालीय मित्रों के निश्छल शुभकामनाओं से यह पुनीत अवसर मेरे पूरे परिवार के लिए अविस्मरनीय बन गया. प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष स्नेह व शुभकामनाएं देकर मुझे उत्साहित करने वाले आप सभी सम्माननीय मित्र ह्रदय से आभार तथा सदभावनाएँ बनाए रखने का सादर निवेदन स्वीकारें. प्रस्तुत है इस अवसर के कुछ छाया चित्र.
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छोटा सा आशियाना |
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पूजा का दिन |
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सपत्निक गृह प्रवेश |
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हवन |
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भतीजी और भांजी द्वारा "हाथा" की रीत |
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"माँ" प्रसाद ग्रहण करते हुए |
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"माँ" भईया गिरीश पंकज जी के साथ चर्चा |
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ब्लॉगर और मित्र मंडली |
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"दादी पोता" पुत्र आयाम दादी के साथ. | |
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सादर
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सुन्दर सा आशियाना चाहिए.और सब का प्यार चाहिए सुकून से रह सकू ऐसा आशीष चाहिए..्बहुत बहुत बधाई..
ReplyDeleteगृहप्रवेश के लिए बधाई. घर बना लेना बड़ी बात है. यह बड़ा काम हो गया. उस दिन विदुषी माँ से मिलना भी मेरी उपलब्धि रही. आज कल पढ़ाने-लिखने वाली बुजुर्ग माताएं दुर्लभ हो गयी हैं. वे शतायु हों. यही है कामना.
ReplyDeleteसंजय जी गृह प्रवेश पर आपको बहुत बधाई एवं शुभकामनायें ....
ReplyDelete.
ReplyDelete* गृह प्रवेश की हार्दिक शुभकामनाएं !*
संजय भाई
इस सचित्र प्रविष्टि को देख-पढ़ कर आनंद आ गया …
लगा , जैसे मैं भी इस ख़ुशी के अवसर पर आपके साथ ही था …
पुनः आप सभी परिवार जनों को
हार्दिक बधाई !
-राजेन्द्र स्वर्णकार
अनेकों शुभकामनाएँ....सदा के लिए.
ReplyDeleteअशेष शुभकामनाएं।
ReplyDeleteचित्रों के दर्शन से लगा कि मैं भी वहां उपस्थित हूं।
pyar ki buniyad pr..aashawo ki int pr, wishwas ki cement se bana aapka aashiyana... is aashiyana me grihprawesh ke liye bahut bahut badhai ho habib sahib....
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें !
ReplyDeletemere ko apana grih pravesh yad aa gaya. mera bhe aap ke jaisa he ghar bilaspur me hai. 14 feb ko pure 3 sal ho jayega rahte huai. aako naya ghar bhut..bahut..mubark ho.......
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई ... और शुभकामनायें ... खूबसूरत आशियाना ।
ReplyDeleteबहुत सारी बधाई , शुभकामनायें,
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई हो आपको।
ReplyDeleteइस खूबसूरत आशियाने में सभी खूबसूरत रिश्ते सदा पुष्पित पल्लवित होते रहें...बधाई और शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteसादर
bahut sundar aashiyana hai
ReplyDeletedheron badhaaee
parampitaa ParmeshwarOm ka aashirwaad
hamesha hamesha banaa rahe !
Naya ghar aapko bahut bahut mubarak ho.
ReplyDeleteMishra ji ghar bahut sundar laga sath hi poore pariwar se parichay bhi hua .....ak achhi anubhooti .....apna ashiyana bhi banane ka sapana hai ....apki prvishti urja de gayee hai....sadar abhar
ReplyDeleteइस सचित्र प्रस्तुति में हम भी शामिल हैं ...ढेर सारी बधाईयों के साथ शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteबहुत बहुत शुभकामनायें ।
ReplyDeleteसबके सिर पर छत होनी चाहिए। अच्छा लग रहा है। बधाई लीजिए।
ReplyDeleteआप समस्त परिवार को बहुत-बहुत बधाई !
ReplyDeleteआप का सुंदर आशियाना सदा आबाद और खुशहाल रहे!
शुभकामनाएँ !
मैनें तिनकों से घर सजाया है
ReplyDeleteकिसी झोंके से न बिखरने दूंगा
आज के आपके एहसासात मुकम्मल हुए.. इस आसमान के तले एक आशियाना हो उसके दरवाज़े पर अपने नाम की तख्ती लगी हो.. शायद बाबा भारती के सुलतान को देखने जैसा आनंद होता है!!
ReplyDeleteहमारी भी शुभकामनाएं!! सुख एवं समृद्धि बनी रहे इस भवन में!!
बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएं !!!
ReplyDeletehardik badhayee.....ghar behad khoobsurat hai.aap sabki khushiyan bani rahe.....
ReplyDeleteगृह प्रवेश मुबारक .सुख शान्ति सरोवर बना रहे घर में .
ReplyDeleteहार्दिक बधाई बहुत२ शुभकामनाए,...
ReplyDeleteआपका छोटा सा बगंला अच्छा लगा,....
MY NEW POST ...कामयाबी...
बेहद खूबसूरत घर... बधाई और शुभकामनाएं स्वीकार करें....
ReplyDeletebahut-bahut badhai habib jee.aapka ashiyan bda hi sundar hai.
ReplyDeleteकिसी को देखना हो गर
ReplyDeleteतो आके पहले माँग ले
तेरी नज़र मेरी नज़र ...ये तेरा घर ये मेरा घर ..
बहुत बहुत शुभकामनाएं भाई जी आपको
अब अगली बार एक चित्र उस हिस्से का भी जहान बैठकर आप हम सब के दिलों को छूने वाली रचनाएँ लिखते हैं. !
सुन्दर हैं सभी चित्र ... आपको बहुत बहुत बधाई इस आशियाने की ...
ReplyDeleteबधाई हो, चित्रों के साथ समारोह में उपस्थिति का आनन्द आ गया!
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