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"अपनी भाषा, हिंदी भाषा" (हिंदी में लिखें)
एक नज़र इधर भी...
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समस्त सम्माननीय मित्रों को स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक बधाईयों सहित एक नज़्म सादर समर्पित.. . झुक नहीं सकता कभी भी मान यह अभिमान है। ...
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"वह तोड़ती पत्थर" तब से अब तक बहुत कुछ बदला है... दसों दिशाओं में उद्धृत हैं सफलता की गाथाएँ... गति और प्रगति के विराट चर...
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राह काँटों से भरी हो , या उमड़ती सी सरी हो, जीत की चाहत खरी हो, काल सिर नत हो झुकाये। बढ़...
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प्यारी बहना रूठती, भाइ करत मनुहार. भाइ भगिन का प्यार है, भगवत का उपहार. स मस्त सम्मानीय स्नेही मित्रों को भाई बहिन के पवित्र प्यार से सराब...
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स मस्त सम्माननीय स्नेही मित्रों को सादर नमस्कार और शुभकामनाएं... अभी दीपावली में मित्रों को मेसेज भेजने के लिए चार पंक्तियों का सन्देश बनाय...
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जंगल जंगल वेदना, मनुज वेदना शुन्य| भटके भूले राह सब, कहाँ पाप कंह पुण्य|| नादानी है छीनना, हरियाली के प्राण| वरदाता सब पेड अब, मांगें जीवनद...
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* समस्त उजाले समेट कर सूरज सरक गया क्षितिज के पार... शेष है सूर्योदय का अंतहीन इन्तजार.... * सूखती नदियों और तुम्हारी किस्मत में फर्क ...
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सम्माननीय मित्रों को सादर नमस्कार.... नेट की तकनीकी त्रुटियाँ मेरे लिए नेट से दूरियां ले कर आईं... इसलिए कुछ समय तक उपस्थिति और नेट पठन- पाठ...
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सभी स्वजनों को "ईद मुबारक" , मित्रों, दुनिया में हर इंसान का सबसे बड़ा धर्म और कर्म अपने ज़मीर को, दिल को तथा अपनी रूह को पाक और ...
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समस्त सम्माननीय मित्रों को सादर नमस्कार... तनिक विलम्ब के साथ सभी स्नेहीजनों को भगवान् श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई देते हुए यह गीत...
filhaal door door tak sirf aatank hai...
ReplyDeleteमुरख बैईठे गद्दी, साधु चले किनार
ReplyDeleteसती हां भूख मरे,लड़ुवा खाए छिनार
क्या कहें भाई कैसे मूर्ख है जो ऐसा काम करते हैं और वो लोग कैसे महामूर्ख हैं जो इन्हे ऐसा करने से जन्नत मिलेगी की शिक्षा देते हैं ।
ReplyDeleteआतंक के साये में ...।
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