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"अपनी भाषा, हिंदी भाषा" (हिंदी में लिखें)
एक नज़र इधर भी...
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सादगी से जहाँ में निभाये चलो। आन भी हौसला भी बचाये चलो। इंदिया जिन्दगी का यही एक है , इश्क की पाक लौ को जलाये चलो। आलमे आरिजी क्या गमो...
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समस्त सम्माननीय सुधि स्वजनों को नूतन वर्ष की सादर बधाईयाँ..... ************************** घट आया घट काल का, घटक गये सब रीत |. स्वागत और व...
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समस्त सम्माननीय मित्रों को स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक बधाईयों सहित एक नज़्म सादर समर्पित.. . झुक नहीं सकता कभी भी मान यह अभिमान है। ...
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तेरी सूखी यादों के photo taken with thanks from google & edited तिनके चुन चुन कर बनाया एक घर बैठकर उसके भीतर गाने लगा नज़्म मुहब्बत ...
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गूगल से साभार मांग मत आराम के दो पल । और बन सूरज दमकता चल । 1 । आप अपनी ताकतें पहचां , कौन फिर तुझको सकेगा छल । 2 । किस...
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स मस्त सम्माननीय सुधि मित्रों को सादर नमस्कार... पिछले पंद्रह दिनों से अत्यधिक व्यस्तता ने ब्लॉग पठन - पाठन से दूर कर रखा था. अब जल्द ही नि...
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जाने क्या था उन उंगलियों की हरकत में... कि जमीन का सीना फाड़कर सैकड़ों बिजलियाँ मानों एक साथ आसमान की ओर लपकीं... सिमटते धूप क...
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स मस्त स्नेही मित्रों को सादर अभिवादन. कुछ समय से जिस अत्यधिक व्यस्तता के चलते आप सभी स्नेहीजनों से अवांछित दूरी बनी रही उसका पटाक्षेप मं...
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स भी सम्माननीय सुधि मित्रों को सादर नमस्कार... । शरारत और मस्ती के बीच होली तन और मन को रंगता गुजर गया किन्तु माहौल में खुमारी बाकी है। छोट...
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खुशी गु लाब की पांखुरी को छूते ही खामोशी से उतर आई मेरी तर्जनी की नाख़ून पर मुस्कुराती हुई ओस की एक बूँद..... अभी, मेरी नाडियों का स्पंदन म...
मंहगाई इन्हें भी खाय जात है .... बढ़िया कारटून
ReplyDeleteहा हा हा
ReplyDeleteअभी भी ये नंगे ही घुम रहे हैं
कितनी हवस बढ गयी है,इससे जाहिर होता है।
अच्छी चुटकी
आभार
शुभ प्रभात तो इन्हीं का है भाई :- "क्रिकेट, नेता, एक्टर - हर महफिल की शान, दाढ़ी, टोपी बन गया गालिब का दीवान"
ReplyDeleteनेता और आदमी में क्या अंतर है ??
ReplyDeleteआदमी तो नेता हो सकता है पर नेता आदमी नहीं
हर हर महादेव
जय हिंद