समस्त सम्माननीय मित्रों को स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक बधाईयों सहित एक नज़्म सादर समर्पित...
झुक नहीं सकता कभी भी मान यह अभिमान है।
यह तिरंगा ही हमारी शान है और जान है।
जुल्म सह भी माथ पर आने नहीं दी सलवटें,
वीर पूतों ने लुटा दी जिंदगी की दौलतें,
वीर गाथाओं से इसकी कौन जो अनजान है।
यह तिरंगा ही हमारी शान है और जान है।
यह लहर लहरा गगन में खोल बाहें जब तनें,
दुश्मनों की भीत से थमने लगें तब धड़कनें,
दुश्मनों पर गाज है जो हिन्द को वरदान है।
यह तिरंगा ही हमारी शान है और जान है।
छांव में इसके सिपाही जोश में भर बढ़ रहे,
तीन इसके रंग अपनी आप उपमा गढ़ रहे,
वीरता की, धीरता की, शांति की पहचान है।
यह तिरंगा ही हमारी शान है और जान है।
लें कसम हम आज इस दम जब तलक है दम में दम,
शान भारत की बढ़ाते जाएँगे मिल आप हम
आँख जब तक हैं खुलीं साँसों में हिंदुस्तान है।
यह तिरंगा ही हमारी शान है और जान है।
झुक नहीं सकता कभी भी मान यह अभिमान है।
यह तिरंगा ही हमारी शान है और जान है।
______________ जय हिंद ________________
झुक नहीं सकता कभी भी मान यह अभिमान है।
ReplyDeleteयह तिरंगा ही हमारी शान है और जान है।
बहुत सुन्दर भाव... स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ...जय हिंद
बहुत सुन्दर और सार्थक भाव व्यक्त
ReplyDeleteकरती रचना...
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाये
:-)
तिरंगे की आन बान और शान कायम रहे.....
ReplyDeleteसुन्दर रचना...
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
सादर
अनु
वीरता की, धीरता की, शांति की पहचान है।
ReplyDeleteहर एक शब्द भावों की चासनी में डुबोया हुआ ||
बधाई संजय जी ||
सदा बना रहे देश की शान तिरंगे का मान ...... शुभकामनायें
ReplyDeleteधरती से अंतरिक्ष तक तिरंगा लहराए शान से और मान से...शुभकामनाएँ !!
ReplyDeleteसंजय जी, आपके इस गीत को पढकर सिर स्वयं श्रद्धा से झुक जाता है!! शुभकामनाएँ आपको भी!!
ReplyDeleteयसवंत जी के माध्यम से आपके ब्लॉग तक पहुंची ...
ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस को समर्पित जोश दिलाती नज़्म ....
आभार ...!!
सार्थक रचना... स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाये
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !!!
ReplyDeleteयह तिरंगा ही हमारी शान है और जान है............. really.
ReplyDeleteदेशप्रेम से परिपूर्ण भाव वाले गीत और कवितायें गुनगुनाना ...मुझे वर्तमान रानजीति से पनपे तनावों से मुक्ति दिलाते हैं.
ReplyDeleteआपका बहुत-बहुत आभार.
ReplyDeleteझुक नहीं सकता कभी भी मान यह अभिमान है।
यह तिरंगा ही हमारी शान है और जान है।
बिल्कुल
यह जज्बा बना रहे.अच्छी लगी कविता.
ReplyDeleteसच कहा है ... तिरंगा हमारी शान है ... ये है तो हमारी जान है ...
ReplyDeleteजोश और उमंग भरी रचना ... आपको १५ अगस्त की बधाई और शुभकामनायें ...
झुक नहीं सकता कभी भी मान यह अभिमान है।
ReplyDeleteयह तिरंगा ही हमारी शान है और जान है|
बहुत ही सुन्दर और जोश से भरी रचना....
अच्छी लगी रचना.. जयहिंद!
ReplyDeleteआँख जब तक हैं खुलीं साँसों में हिंदुस्तान है।
ReplyDeleteयह तिरंगा ही हमारी शान है और जान है।
बहुत सुंदर पंक्तियाँ...प्रभावशाली लेखन !
एक सशक्त और बेहतरीन देशभक्ति का गीत जिसे महत्वपूर्ण अवसरों पर गाया जा सकता है।
ReplyDeleteबना रहे तिरंगा
ReplyDeleteकि बचे रहें हम
मन में जोश और सुकून पहुंचाने वाला गीत ... बहुत सुंदर
ReplyDeleteयकीन मानिए हबीब साहब इस झंडा गीत पर जो गेयता अर्थ बोध व्यंजना और वतन के लिए एक छटपटाहट लिए है एक पीर लिए है ,जोश लिए है हमने कल भी टिपण्णी की थी लगता है स्पैम बोक्स में गई .अब गई सो गई ,उसका रोना क्या है .
ReplyDeleteतिरंगा हमारी शान है !
ReplyDeleteजय हिंद !
गीत ने देश के प्रति भावनाओं को अभिव्यक्ति दी !
वाह....
ReplyDeleteदेश प्रेम से ओत-प्रोत लयबद्ध एक सुंदर मनमोहक रचना ..
वाह हबीब जी देशभक्ति से सराबोर गीत पढ़कर मजा आ गया बहुत सुन्दर लिखा है हार्दिक बधाई
ReplyDeleteखूबसूरत पंक्तियाँ !
ReplyDeleteवाह ... बहुत खूब
ReplyDeleteबहुत ओजपूर्ण प्रेरक प्रस्तुति॰...
ReplyDeletebohot sundar.....
ReplyDeleteonce again - gr8 post
ReplyDeleteतिरंगा यूँ ही लहराता रहे।
ReplyDeleteहमारे तिरंगे को समर्पित सार्थक रचना.
ReplyDeleteदेश और तिरंगा हमारे शान...
ReplyDeleteझुक नहीं सकता कभी भी मान यह अभिमान है।
यह तिरंगा ही हमारी शान है और जान है।
जय भारत!
प्रभावी गीत
ReplyDeleteजय हिंद
शुभकामनायें ...
ReplyDeleteआपकी किसी पुरानी बेहतरीन प्रविष्टि की चर्चा मंगलवार २८/८/१२ को चर्चाकारा राजेश कुमारी द्वारा चर्चामंच पर की जायेगी मंगल वार को चर्चा मंच पर जरूर आइयेगा |धन्यवाद
ReplyDeleteछांव में इसके सिपाही जोश में भर बढ़ रहे,
ReplyDeleteतीन इसके रंग अपनी आप उपमा गढ़ रहे,
वीरता की, धीरता की, शांति की पहचान है।
यह तिरंगा ही हमारी शान है और जान है।
भारतवर्ष...जिंदाबाद।
जी संजय जी |
ReplyDeleteशुभकामनायें ||
सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति।
ReplyDeletenamskar,
ReplyDeletekafi samy uprant blog pe aya --- yakin maniye aap ki lekhni mai jadu hai
ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
♥~*~दीपावली की मंगलकामनाएं !~*~♥
ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
सरस्वती आशीष दें , गणपति दें वरदान
लक्ष्मी बरसाएं कृपा, मिले स्नेह सम्मान
**♥**♥**♥**● राजेन्द्र स्वर्णकार● **♥**♥**♥**
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ReplyDeleteअच्छ गीत है भाई !
…लेकिन ,
इतने दिन से नई रचना क्यों नहीं ???