प्यारी बहना रूठती, भाइ करत मनुहार.
भाइ भगिन का प्यार है, भगवत का उपहार.
समस्त सम्मानीय स्नेही मित्रों को भाई बहिन के पवित्र प्यार से सराबोर अनूठे "पर्व श्रावणी" की सादर शुभकामनाओं सहित एक नटखट और प्यारा सा गीत....
कलाई में सजेगा रंग दीदी की मुहब्बत का।
हमेशा से अनोखा ढंग दीदी की मुहब्बत का।
कहीं भैया न बाजी मार ले आगे चला जाये,
कहीं मुझसे भी आगे वो पहुँच राखी न बंधवाये।
बड़ी जल्दी में छोटा है लिए इक हार सुंदर सा,
कि दीदी को दिखाऊँ हार हौले से वो मुसकाये,
मिले पहले मुझे ही संग दीदी की मुहब्बत का।
कलाई में सजेगा रंग दीदी की मुहब्बत का।
बड़ा भी सोचता है तोड़ छोटे को छकाने की,
हमेशा जीत जाता दुष्ट जो उसको हराने की।
चलूँ कुछ तोहफा बाजार से प्यारा उठा लाऊं,
लिया क्या है जरूरत ही न छोटू को बताने की,
कहीं ना रंग कर दे भंग दीदी की मुहब्बत का।
कलाई में सजेगा रंग दीदी की मुहब्बत का।
बहन ये जानती है साथ दोनों एक पहुचेंगे,
बंधाने हाथ में पहले वो राखी खूब झगड़ेंगे।
बड़े को हारना होगा ये छोटा तो रहा छोटा,
नहीं तो आँख में मोती के टुकड़े खूब चमकेंगे,
बड़ी मोहक छिड़ेगी जंग दीदी की मुहब्बत का।
कलाई में सजेगा रंग दीदी की मुहब्बत का।
----------------रक्षा बंधन की सादर बधाईयाँ-----------------
बड़ी मोहक छिड़ेगी जंग दीदी की मुहब्बत का।
ReplyDeleteकलाई में सजेगा रंग दीदी की मुहब्बत का,,,,,
राखी में भाई बहन की मुहब्बत की मनमोहक जंग,,,,,
रक्षाबँधन की हार्दिक शुभकामनाए,,,
RECENT POST ...: रक्षा का बंधन,,,,
बहन ये जानती है साथ दोनों एक पहुचेंगे,
ReplyDeleteबंधाने हाथ में पहले वो राखी खूब झगड़ेंगे।
बड़े को हारना होगा ये छोटा तो रहा छोटा,
नहीं तो आँख में मोती के टुकड़े खूब चमकेंगे,
बड़ी मोहक छिड़ेगी जंग दीदी की मुहब्बत का।
कलाई में सजेगा रंग दीदी की मुहब्बत का।
बहुत सुन्दर काव्यमय प्रस्तुति भाई बहन के अमित प्यार कीबहन ये जानती है साथ दोनों एक पहुचेंगे,
ReplyDeleteबंधाने हाथ में पहले वो राखी खूब झगड़ेंगे।
बड़े को हारना होगा ये छोटा तो रहा छोटा,
नहीं तो आँख में मोती के टुकड़े खूब चमकेंगे,
बड़ी मोहक छिड़ेगी जंग दीदी की मुहब्बत का।
कलाई में सजेगा रंग दीदी की मुहब्बत का।मेरी फिक्र जो करता है वो..
कच्ची डोर का पक्का रिश्ता
है भाई - बहन का रिश्ता स्नेह का तिलक लगाकर
दुआओं के अक्षत डाल
बहना ने कच्चे धागे से बांधा
रिश्तों के इस मजबूत बंधन को
वीर की कलाई पर , मेरी राखी का मतलब है प्यार भईया, .सखी सहेली सब जुड़ आईं
हिल मिल खूब मल्हारें "गाईं". .इस पर्व पर बहिन, भाई के अन्दर पिता का निस्स्वार्थ छाता, और भैया, माँ को ढूंढता है कहतें हैं जो भाई अपनी बहन से बहुत रागात्मक सम्बन्ध बनाए रहतें हैं उनके साथ स्नेहिल बने रहतें हैं उन्हें हार्ट अटेक नहीं पड़ता ,दिल की बीमारियों से बचाता है माँ के जाने के बाद बहन का प्यार .रक्षा बंधन मुबारक -झूमें ये सावन सुहाना ,भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना ,शायद वो सावन भी आये ,जो पहले सा रंग न लाये, बहन पराये देश बसी हो ,अगर वो तुम तक पहुँच न पाए ,झूमें ये सावन सुहाना ...इस गीत की मिसरी बचपन में ले जाती है .छोटी बहन का यह गीत आज भी उतना ही मीठा लगता है जितना "चंदा मामा दूर के ,पुए पकाए बूर के ,आप खाएं प्याली में ,मुन्ने को दें ,प्याली में ..
.
ReplyDeleteकलाई में सजेगा रंग दीदी की मुहब्बत का…
अति सुंदर !
मोहक भावों को बहुत सुंदर अभिव्यक्ति दी आपने
रक्षाबंधन के पावन पर्व की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !!
बहुत सुन्दर...
ReplyDeleteप्यारी रचना...
इस पावन पर्व की आपको भी अनंत शुभकामनाएं.
सादर
अनु
इस पावन पर्व में सबको बधाईयाँ।
ReplyDeleteराखी का मासूम बंधन और छलकता प्यार
ReplyDeleteबहुत सुन्दर...
ReplyDeleteप्यारी सी नटखट सी रचना... रक्षाबंधन के पावन पर्व की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !!
sundar pyari si rachna .....shubhkamanye is parv ki
ReplyDeleteबढ़िया रचना |
ReplyDeleteआभार ||
भावमय करती प्रस्तुति ...
ReplyDeleteइस स्नेहिल पर्व की आपको अनंत शुभकामनाएं
मोहक रचना.. शुभकामनाएं..
ReplyDeleteबड़ सुग्घर रचना हे
ReplyDeleteहर बछर आवै सुग्घर राखी के तिहार
बने रहे जम्मो भाई बहिनी के प्यार
बड़ा प्यारा गीत है। लगता है घर-दुआर-आंगन में चहल-पहल है और दीदी से राखी बंधवाने की होड़ लगी है।
ReplyDeleteबहुत-बहुत सुन्दर ,प्यारी और भावमयी रचना..
ReplyDeleteशुभकामनाये:-)
बहुत भावपूर्ण रचना...
ReplyDeleteस्नेहिल भाव से परिपूर्ण .... बधाई संजय जी...
कहीं ना रंग कर दे भंग दीदी की मुहब्बत का।
ReplyDeleteकलाई में सजेगा रंग दीदी की मुहब्बत का।
भावमयी रचना शुभकामनाये
behad khubsurat kavita...bachpan ki raaakhi wale din kii yaaden taza ho gayee..
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना....
ReplyDeleteचुलबुला गीत ... भाई बहन के स्नेह को दर्शाता ...
ReplyDeleteरक्षा बंधन की बधाई ...
वाह बहुत सुन्दर रचना ...सार्थक
ReplyDeleteभाई बहन के स्नेह को प्यारे से गीत में खूब बांधा है आपने।..बधाई।
ReplyDeleteभाई बहन का रिश्ता ऐसा ही होता है ...खूब हँसाने वाला तो कभी छकाने वाला ॥
ReplyDeleteसुंदर रचना
बहुत ही अच्छा लिखा है --कलाई में सजेगा रंग दीदी की मोहब्बत का |यह शुभ पर्व मुबारक हो |
ReplyDeleteबहुत ही मनभावन भावमयी रचना...
ReplyDeleteइस विषय पर मेरी पढ़ी अब तक की यह सर्वश्रेष्ठ रचना है।
ReplyDeleteबहुत मधुर और कोमल एहसास, सुन्दर गीत, बधाई.
ReplyDeleteभाई बहन की नैसर्गिक होड़ प्रतिस्पर्धा का सहज चित्रण प्रस्तुत किया है आपने इस रचना में .
ReplyDeleteभावपूर्ण अभिव्यक्ति
ReplyDeleteखुबसूरत भावपूर्ण अभिव्यक्ति.
ReplyDeleteप्रस्तुति के लिए आभार
सुन्दर गीत, बधाई
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति! मेरे नए पोस्ट "छाते का सफरनामा" पर आपका हार्दिक अभिनंदन है। धन्यवाद।
ReplyDeletepyari si rachna.... bhai bahan ka pyar bhara hua:)
ReplyDeleteभाई बहन की पवित्र प्रेम की कोमल प्रागाद स्नेह रश्मियों को विस्तृत करती भाव पूर्ण कब्यांजलि ...शुभ कामनाएं :)))
ReplyDeleteSwatantrata diwas ki shubhkamnayen.
ReplyDelete............
कितनी बदल रही है हिन्दी!
प्रिय संजय जी आपकी इस रचना ने ह्रदय को छू लिया
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामना
बहुत सुंदर रचना।
ReplyDeleteरक्षा बंधन और स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं।
बहुत ही भावपूर्ण प्रस्तुति.
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की बधाई