Sunday, October 16, 2011

आभार (100)

भी स्नेहिल सुधि स्वजनों का सादर अभिनन्दन.... आप सभी शुभचिंतकों के मार्गदर्शन और स्नेह की छाया में चलता/सीखता/अनुभव और स्नेह प्राप्त करता/  एहसासात... अनकहे लफ्ज़  का यह शतकीय १०० वां पोस्ट है... आदरणीय मित्रों, बीते १५ महीनों का अनुभव वैसा ही मधुर रहा है जैसे परिवार के साथ कोई मनमोहक और अविस्मरनीय यात्रा...  सचमुच! एक परिवार ही तो है यह ब्लॉग जगत... परिवार... जहां भाई हैं, बहन हैं, मित्र हैं, गुरु/शिक्षक हैं, सद्भावना है, स्नेह है, विश्वास है, एहसास हैं, आशा है, हर्ष है, विमर्श है और उत्कर्ष है.... आप सबसे प्राप्त अपार स्नेह  और मार्गदर्शन के लिए सादर आभार व्यक्त करते, जाने अनजाने हुई गलतियों/भूलों के लिए क्षमा याचना करते आप सब से अपने इस नादान  'हबीब' को अपने स्नेहाधीन बनाए रखने के सादर विनम्र निवेदन के साथ यह (१००) पोस्ट आप सब को नमितनयन सविनय समर्पित है.... आभार.

आपकी सदभावनाएँ, संग मेरे सदा आयें
फिर ठहर जीवन डगर पर, सूर सम सद्पथ दिखायें...
आपकी सदभावनाएँ...

मैं सुभागी आज बनकर
मुस्कुराता सुख मनाऊँ
और अम्बर की ऊँचाई
पंख बिन ही लांघ आऊँ 
आपके शत सदवचन भी
बनके उडुगन जगमगाते 
और अमृतमय शुभाशीष
मुझ अकिंचन पर लुटाते 
आपसे सदप्रेरणा पा
यह बटोही चलता जाए....
आपकी सदभावनाएँ, संग मेरे सदा आयें
फिर ठहर जीवन डगर पर, सूर सम सद्पथ दिखायें...

क्या कहूं कि क्या मिला है
बन सुमन यह मन खिला है
और अक्षय मित्रता की
वल्लरी को बल मिला है 
बन के निर्झर जिन्दगी भर 
नेह की बरसाए धारा
और सौरभमय धरा पर 
लिखता जाए गीत प्यारा 
आपसे शीतलता पाकर 
'हबीब' नद सा बहता जाए...
आपकी सदभावनाएँ, संग मेरे सदा आयें
फिर ठहर जीवन डगर पर, सूर सम सद्पथ दिखायें...

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सादर आभार... नमन....
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27 comments:

  1. सर्वप्रथम आपको १०० वी पोस्ट के लिए बहुत बहुत बधाई !आपकी रचना बहुत पसंद आई ...लाजबाब ..

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  2. धन्य-धन्य यह मंच है, धन्य टिप्पणीकार |

    सुन्दर प्रस्तुति आप की, चर्चा में इस बार |

    सोमवार चर्चा-मंच

    http://charchamanch.blogspot.com/

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  3. १०० वीं पोस्ट की बहुत बहुत बधाई ...यह सफर यूँ ही अनवरत चलता रहे ..शुभकामनायें

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  4. बधाई और शुभकामनाएं!

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  5. १०० वीं पोस्ट की बहुत- बहुत बधाई ।

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  6. बहुत- बहुत बधाई १०० वीं पोस्ट की |

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  7. सौ पोस्ट नही भाई सौ शानदार रचनायें पूरी हुयी है बहुत बहुत बधाईया

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  8. आपको १०० वी पोस्ट के लिए बहुत बहुत बधाई .......

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  9. नाबाद शतकीय पारी की बहुत-बहुत बधाई और अशेष शुभकामानें!
    कामना है कि ऐसे ही शतक पे शतक लगाते जाएं।

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  10. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    --
    100वी पोस्ट की बधाई!

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  11. १०० वीं पोस्ट की बहुत बहुत बधाई, अब इंतजार हजारवीं पोस्ट का

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  12. १००वीं पोस्ट की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं !

    … और गीत भी बहुत श्रेष्ठ है हबीब भाई संजय जी !


    साथ ही आपको सपरिवार
    दीपावली की अग्रिम बधाइयां !
    शुभकामनाएं !
    मंगलकामनाएं !

    -राजेन्द्र स्वर्णकार

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  13. क्या कहूं कि क्या मिला है
    बन सुमन यह मन खिला है.

    बहुत बधाई १०० पोस्ट पर. शुभकामनायें सुंदर भविष्य के लिये.

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  14. पोस्ट्स के शतक पर हार्दिक बधाई और आपके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनायें।

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  15. प्रथम शतक की ढेरों बधाइयाँ ...आप ब्लॉग जगत के सचिन बने ये ही कामना करते हैं....

    नीरज

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  16. बहुत -बहुत बधाई और शुभकामनाएँ ..

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  17. 100 वीं पोस्ट की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं ! आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विशवास है कि आप आपने लेखन से ब्लॉग जगत को समृद्ध करेंगे .....आपका शुक्रिया

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  18. आपको, आपके शतक के लिये शत-शत बधाइयाँ.
    इस आशा और विश्वास के साथ कि आगामी जीवन
    में आपकी कलम इसी प्रकार माँ शारदे की सेवा
    करती रहे.
    धन्यवाद.
    आनन्द विश्वास.

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  19. शतक के गाड़ा गाड़ा बधाई।
    अउ कई सैकड़ा शतक लगना चाही।
    ओखरो अगुवा के बधाई।

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  20. बेहतरीन रचना ....हार्दिक बधाई आपको

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  21. भाई संजय हबीबजी, आपकी सौवीं पोस्ट के साथ-साथ मैं भी आपकी ड्यौढ़ी पर पहली दफ़ा ही आया हूँ. आपसे मुलाकातें तो होती रहती हैं. आपके घर दस्तक देना मुझे भी भाया है.

    --सौरभ पाण्डेय, नैनी, इलाहाबाद (उप्र)

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  22. आपको ढेर सारी बधाइयाँ....

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  23. आपसे शीतलता पाकर
    'हबीब' नद सा बहता जाए...
    आपकी सदभावनाएँ, संग मेरे सदा आयें
    फिर ठहर जीवन डगर पर, सूर सम सद्पथ दिखायें...
    आपकी १०० पोस्ट के लिए आपको बहुत बहुत बधाई /
    बहुत ही भावनामई और सार्थक रचना लिखी आपने /मैं पहली बार आपके ब्लॉग पर आई हूँ /बहुत ही अच्छा लिखते हैं आप /दिल को छु गई आपकी रचना /मेरे ब्लॉग पर आने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद //आशा है आगे भी आपका आशीर्वाद मेरी रचनाओं को मिलता रहेगा /आभार /

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  24. १००वीन पोस्ट पे बधाई ... सफर यूँ ही चलता रहे ...

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  25. क्या कहूं कि क्या मिला है
    बन सुमन यह मन खिला है
    बधाई.

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  26. १००वीं पोस्ट की बहुत बहुत बधाई...रचना बहुत सुन्दर है...शुभकामनाएं !

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मेरी हौसला-अफजाई करने का बहुत शुक्रिया.... आपकी बेशकीमती रायें मुझे मेरी कमजोरियों से वाकिफ करा, मुझे उनसे दूर ले जाने का जरिया बने, इन्हीं तमन्नाओं के साथ..... आपका हबीब.

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